Paytm ceo Vijay shekhar sharma resign दे दिया है पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई के बैन लगाने के बाद सोशल मीडिया पर खूब पेटीएम से जुड़ी खूब चर्चा चल रही है लेकिन क्या आपको पता है पेटीएम के अर्श से फर्श तक की कहानी आईए जानते हैं पूरी टाइमलाइन….
Paytm ceo vijay shekhar sharma
भारत के मिडिल क्लास फैमिली से आया एक स्कूल टीचर का बेटा vijay shekhar sharma भारत की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी पेटीएम का फाउंडर है 2010 में भारत को कैशलेस दुनिया से रूबरू कराने के लिए एक स्टार्टअप के तौर पर इन्होंने पेटीएम की शुरूआत किया था आज शेयर मार्केट से लेकर गली मोहल्ले छोटे-मोटे स्ट्रीट में अंदर हर लोग कैशलेस के तौर पर एक पेटीएम पेमेंट बैंक का इस्तेमाल कर रहे आखिर क्या हुआ इस कंपनी को और ऐसा कब-कब क्या-क्या हुआ कि आरबीआई को पेटीएम पेमेंट बैंक पर बैन लगाना पड़ा आखिर क्या है पूरी कहानी लिए जानते हैं इसका टाइमलाइन…..
इस कहानी की शुरुआत साल 2010 से हुई देश को नया डिजिटल पेमेंट बैंक के रूप में पेटीएम मिला जिसका फुल फॉर्म है पेटीएम थ्रू मोबाइल और उसने काम करना शुरू किया पेटीएम शुरुआत में मोबाइल रिचार्ज करने की सुविधा मिली उसके बाद पेटीएम ने 2011 में अपने पेटीएम वॉलेट से सर्विस शुरू किया 2011 में लोग सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने लगे इंटरनेट सस्ती हो गई फिर देश में स्मार्टफोन सस्ते होने शुरू हो गए डिजिटल पेमेंट की ग्रोथ होने लगी और पेटीएम की कहानी को एक नए पंख मिली 2016 नोटबंदी के बाद देश के तमाम अखबारों में फुल पेज ऐड छापे और पेटीएम रातों- रात देश में डिजिटल पेमेंट बैंक का विकल्प बन गया
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Reason behind paytm downfall
tv9hindhi.com के अनुसार साल 2017 की है पेटीएम में वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस में उतारने का प्लान बनाया साथी एक डिजिटल बैंक बनाने का भी इसी साल में पेटीएम ने पेटीएम पेमेंट बैंक की शुरुआत की और फिर साल 2017 में पेटीएम मनी भी लॉन्च कर दिया खैर बात सिर्फ पेटीएम पेमेंट बैंक ही करें तो इसने 2017 में काम का शुरू किया लेकिन आते-आते 2018 तक इस पर खतरे की बादल मंडराने लगे तभी से paytm downfall स्टार्ट हो गया
- साल 2018 में पेटीएम कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस में वारेन बफेट की वर्क शेयर हाथवे में निवेश किया था और कंपनी को 30 करोड डॉलर का बड़ा निवेश भी मिला
- शुरुआत पेटीएम का बिजनेस बढ़ रहा था पेटीएम बैंक के माध्यम से सर्विस अच्छी मिल रही थी लेकिन उसे बीच चीन के अलिबाबा ग्रुप में पेटीएम में निवेश किया यह वही समय था जब भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ रहा था
- जून 2018 में पेटीएम ने पहली बार बैंकिंग रेगुलेटर आरबीआई की धमकी का सामना करना पड़ा तब पेटीएम बैंक के 20 जून से नए अकाउंट खोलने पर रोक लगा दिया गया
- दिसंबर 2018 में पेटीएम पेमेंट बैंक पर से आप पाबंदी हटी लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं रहने वाली थी
- मार्च 2019 में आरबीआई के तहत काम करने वाली बैंकिंग लोकपाल ने पेटीएम पेमेंट बैंक को कारण बताओ का नोटिस जारी किया था यह आरबीआई के केवाईसी नियम के उल्लंघन से जुड़ा हुआ मामला था लेकिन पेटीएम पेमेंट बैंक ने अपने एक खास अकाउंट के ट्रांजैक्शन पर सही नजर नहीं रखी थी जिसके कारण यह मामला बिगड़ा था
- साल 2020 में देश ने कोविद का सामना किया डिजिटल पेमेंट को एक बार फिर से बूस्टॉप मिला पेटीएम को भी इसका फायदा हुआ लेकिन इस दौर में गलवान घाटी की हुई घटना से चीन के साथ भारत का तनाव बढ़ा जिसके वजह से पेटीएम ने चीन का र्निवेश पर एक बहुत बड़ी बहस का मुद्दा बन गया
- जुलाई 2021 में पेटीएम को आरबीआई के तरफ से फिर से एक नोटिस मिला पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड ने आरबीआई को भारत फिल्म पेमेंट ऑपरेटिंग यूनिट के बारे में गलत जानकारी दिया था जिसके कारण आरबीआई ने कारण बताओ का नोटिस जारी किया इसके तहत अगस्त 2017 में भी एक नोटिस जारी किया गया था जिसके हिसाब से पेटीएम ने आरबीआई को गलत जानकारी दिया था
- अक्टूबर 2021 में पेटीएम के आईपीओ से ठीक पहले नियम उल्लंघन करने को लेकर पेटीएम पेमेंट बैंक को 1 करोड़ का जुर्माना भी देना पड़ा
- साल 2021 में ही अक्टूबर में पेटीएम का आईपीओ आया आईपीओ से पहले पेटीएम ने अलिबाबा ग्रुप के 34.7 प्रतिशत का हिस्सेदारी ले चुकी थी आईपीओ के नियमों का पालन करने के बाद भी अलिबाबा ग्रुप की फार्म ने पेटीएम में 5% हिस्सेदारी बेच दिया
- मार्च 2022 में पेटीएम आरबीआई के बीच नियमों का पालन को लेकर फिर से तनाव बना आरबीआई ने पेटीएम को एक स्वतंत्र ऑडिटर से आईटी सिस्टम की ऑडिटिंग करने को कहा था ताकि सिस्टम को आरबीआई की गाइडलाइंस के हिसाब से रखा जाए लेकिन इस पर पेटीएम के तरफ से कोई जवाब नहीं आया जिसके तहत आरबीआई ने उसके खिलाफ कर एक्शन लिया
- अक्टूबर 2022 में आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट बैंक को नया कस्टमर बनाने से रोक लगा दिया था
- नवंबर 2022 में पेटीएम को आरबीआई से बड़ा झटका लगा था क्योंकि पेमेंट ऑपरेटर बनने की एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दी गई थी कंपनी को दोबारा एफडीआई नियमों के मुताबिक अप्रूवल लेकर अप्लाई करना पड़ा लेकिन नए कस्टमर नहीं जोड़ने का ऑर्डर भी जारी रखने को कहा
- अक्टूबर 2023 में पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई ने 5.23 करोड़ का जुर्माना लगाया और यह जुर्माना कई रेगुलेटरी नियमों का पालन नहीं करने को लेकर था
- जनवरी 2024 में आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के लगभग सारी सर्विसेज बंद कर दिया गया है वहीं ग्राहकों को अपने पैसे निकालने के लिए 29 फरवरी तक का समय दिया है
Owner of Paytm payment bank
Owner of paytm paytm bank and ceo vijay shekhar sharma का कुल हिस्सेदारी 51% है जबकि पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड वन 97 कम्युनिकेशन लिमिटेड की सहयोगी इकाई है वन 97 कम्युनिकेशन के पास पेटीएम पेमेंट बैंक का कुल 49% है
पेटीएम का शेयर क्यों गिर रहा है
20 अक्टूबर को पेटीएम ने 52 हफ्ते के हाई 998.30 तक पहुंच गए थे शहर में आई बड़ी गिरावट के बाद कंपनी का फैसला है कि दरअसल पेटीएम छोटे टिकट वाले पोस्टपेड लोन को स्लो करने का ऐलान किया है डिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की शक्ति के बाद पेटीएम का या फैसला है कंपनी ने इस फैसले का सर आज शेरो बाजार पर भी देखने को मिल रहा है दरअसल आरबीआई ने पर्सनल लोन को लेकर नियम में शक्ति दिखाइए आरबीआई का निर्देश के बाद कंपनी के 50 से कम पर्सनल लोन देने का फैसला लिया है जबकि कंपनी का कारोबार इस छोटे टिकट साइज लोन का है यह भी एक कारण हो सकता है कि पेटीएम
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Paytm CEO Vijay Shekhar Sharma resigns interview
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